*अब पढाई नही रूकेगी, अब हर रविवार पढाई और मजेदार स्कूल शिक्षा विभाग ने डिजिटल पोस्टर के साथ जारी की फ्लिप बुक*

Education will not stop now, now every Sunday, the Department of School Education and Funny released the flip book with digital poster

*अब पढाई नही रूकेगी, अब हर रविवार पढाई और मजेदार स्कूल शिक्षा विभाग ने डिजिटल पोस्टर के साथ जारी की फ्लिप बुक*
रिपोर्ट - दीपक कोल्हे

अब पढाई नही रूकेगी, अब हर रविवार पढाई और मजेदार स्कूल शिक्षा विभाग ने डिजिटल पोस्टर के साथ जारी की फ्लिप बुक


छिन्दवाड़ा :  कोरोना लॉकडाउन अवधि में स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा तैयार किये गये डिजिलेप वाट्सएप ग्रुप्स में, अब हर रविवार पढाई और मजेदार हो गई है। इसके लिये 3 मई से विभाग ने हर रविवार को बच्चों को एक फ्लिप बुक भेजना प्रारंभ किया है। इन फ्लिप बुक्स के रुप में मजेदार कहॉनियां, गीत तथा मोबाइल पर भी मनोरंजन और मस्ती के साथ, पढ़ने के लिये बच्चों को और भी बहुत कुछ मिलेगा। नवागत कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन ने लॉकडाउन के दौरान बच्चों की डिजिलेप वॉट्सअप ग्रुप के माध्यम से अध्यापन कार्य की समीक्षा के उपरांत सर्व शिक्षा अभियान के कार्य को प्राथमिकता देते हुये छिन्दवाड़ा जिले को राज्य में प्रथम स्थान पर लाने के लिये आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं ।    

          उल्लेखनीय है कि, डिजिलेप (DigilEP-डिजिटल लर्निंग एनहैंसमेंट प्रोग्राम) कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर में बच्चों, पालकों और शिक्षकों के 50 हजार से अधिक वाट्सएप ग्रुप्स बनाये गए हैं। इन ग्रुप्स में रोजाना हर कक्षा के लिए पाठ्यक्रम आधारित वीडियोज और अन्य शैक्षणिक सामग्री प्रेषित की जाती है, जिससे बच्चों की शैक्षिक निरन्तरता बनी रहे। इसी कडी में विभाग द्वारा अब प्रत्येक रविवार को, प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के भाषा कौशल संवर्धन के उद्देश्य से फ्लिप बुक के माध्यम से बाल साहित्य उपलब्ध  कराया जा रहा है। चयनित फ्लिप बुक में भाषा कौशल संवर्धन की दृष्टि से, चित्रों के माध्यम से बच्चों की कल्पनाशक्ति पर विशेष जोर दिया गया है। ये चित्र बच्चों को बात-चीत का अवसर देते हैं, जो भाषा विकास की प्रथम व सबसे महत्वपूर्ण कौशल, सुनना-बोलना के लिए प्रेरित करते हैं। इन किताबों में छोटे-छोटे संवाद दिये गए हैं, जो बच्चों को इनके विस्तार के अवसर प्रदान करते हैं। इनके द्वारा बच्चे सहज ही भाषा विकास के प्रारंभिक सूत्रों से जुड जाते हैं और मनोरंजनात्मक ढंग से, भाषा कौशल विकास की इन पाठ्यक्रमी गतिविधियों को आत्मसात् करते हैं।

        पहले रविवार को "हाथी का बच्चा" नामक फ्लिप बुक, नन्हें विद्यार्थियों को भेजी गई। इस रंग बिरंगी हिलती-डुलती, पन्ने पलटती किताब को अपने मोबाइल पर देख बच्चे बेहद खुश भी हुए। यह किताब भाषा कौशल के विभिन्न घटकों से परिचित कराते हुए, बच्चों में प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति जिज्ञासु भाव भी उत्पन्न करती है। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा अब ऐसी ही कहानी किस्सों की मजेदार फ्लिप बुक, हर रविवार को निरन्तर भेजे जाने की तैयारी की गई है।