संजीवनी बूटी बनकर आई शिवराज सरकार - अतिथि विद्वानों को बड़ी राहत- सरकार ने जारी किया मानदेय....

Shivraj government comes as Sanjeevani booti - big relief to guest scholars - government releases honorarium

संजीवनी बूटी बनकर आई शिवराज सरकार - अतिथि विद्वानों को बड़ी राहत- सरकार ने जारी किया मानदेय....
रिपोर्ट - दीपक कोल्हे ( एडिटर CTN भारत )

संजीवनी बूटी बनकर आई शिवराज सरकार - अतिथि विद्वानों को बड़ी राहत- सरकार ने जारी किया मानदेय....

कोरोना महामारी जैसे खतरनाक समय के बीच जहां पूरा विश्व परेशान है और ऐसे में पुरे देश लॉक डाउन  के बीच मझधार से जूझ रहा है लोगो के पास अभी आय का साधन जुटाना भी कठिन होता नजर आ रहा है  ऐसे में प्रदेश की शिवराज सरकार ने अतिथि विद्वानों (Guest Scholars) को बड़ी राहत दी है। उच्च शिक्षा विभाग(Higher Education Department) ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों के लिए दो माह का मानदेय आवंटित (Budget Allocated) कर दिया है। मानदेय ना मिलने के चलते अतिथि विद्वानों में लगातार आक्रोश देखने को मिल रहा  था। सोशल मीडिया(Social Media) पर लगातार वे इसकी मांग उठा रहे थे।लेकिन अब सरकार के इस फैसले से अतिथि विद्वानों मे खुशी की लहर दौड़ गई है।

दरअसल उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों को फरवरी और मार्च का मानदेय नहीं मिल सका था।जिसके चलते वे फेसबुक एवं ट्विटर पर काली पट्टी, काला मास्क, काला गमछा लगी फोटो लगाकर सांकेतिक विरोध कर रहे थे।15 करोड़ दस लाख आवंटित विभाग ने दो माह के मानदेय में सूबे के 467 कॉलेजों में कार्यरत दो हजार 517 अतिथि विद्वानों के लिए 15 करोड़ दस लाख रुपए का बजट आवंटित किया है।प्राचार्यों ने उनके बिल निकालकर राशि आवंटित करना शुरू कर दिया है। हर महीने के तीस-तीस हजार रुपए के हिसाब से मानदेय का भुगतान करेंगेअब जल्द ही सरकारी कॉलेज इन अतिथि विद्वानों के खाते में इनके मानदेय की राशि ऑनलाइन स्थानांतरित कर देंगे।

कमलनाथ सरकार ने नहीं निभाया नियमितीकरण का वचन

गौरतलब है अल्प समय के लिए सत्ता में आई कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा चुनाव के समय किए गए नियमितीकरण के वचन को नहीं निभाने के विरोध में अतिथि विद्वान ने लगातार विरोध भी किया इस विरोध में कुछ को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा था।  अब ऐसे लॉक डाउन के बीच जब सैकड़ो विद्वानों के घर में खाने के लाले पड़े  है वही ऐसे वक्त में संजीवनी बूटी बन कर आई शिवराज सरकार ने दो माह का मानदेय आवंटित करने का आदेश जारी किया जिससे इस फैसले से अतिथि विद्वानों मे खुशी की लहर दौड़ गई है।