कोविड-19 का टीका सुरक्षित है, किसी भी तरह की भ्रांति से बचें - कलेक्टर श्री सुमन

About 300 health workers will be vaccinated in three centers Second dose of vaccine will be given after 28 days

कोविड-19 का टीका सुरक्षित है, किसी भी तरह की भ्रांति से बचें - कलेक्टर श्री सुमन
रिपोर्ट। दीपक कोल्हे, अनिमेष सिंग एडिटर

कोविड-19 का टीका सुरक्षित है, किसी भी तरह की भ्रांति से बचें - कलेक्टर श्री सुमन

  • तीन केंद्रों में लगभग 300 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया जाएगा टीका
  • 28 दिन बाद दी जाएगी टीके की दूसरी डोज

छिन्दवाड़ा। लम्बे इंतजार के बाद आख़िरकार प्रदेश के साथ ही छिंदवाड़ा जिले में भी कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से प्रारंभ होने जा रहा है। प्रथम चरण के अंतर्गत पहले दिन जिले के तीन टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से लगभग 300 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा । स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सफाई कर्मियों को सम्मान देने के लिए यह टीका सबसे पहले उन्हें लगाया जाएगा। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि टीकाकरण के लिए जिले में वैक्सीन के 1507 वायल प्राप्त हो चुके हैं जिनमें 15 हजार 70 डोज की व्यवस्था है। टीकाकरण के लिये सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कलेक्टर श्री सुमन आज छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान कोविड-19 टीकाकरण जन जागरूकता के संबंध में जानकारी दे रहे थे। कलेक्टर श्री सुमन ने बताया कि कोविड-19 की दोनों वैक्सीन कोविशील्ड व कोवैक्सीन वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित और सुरक्षित हैं। वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह की भ्रांति से बचने और इस संबंध में लोगों में जागरूकता फैलाने की अपील की गई है। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश, छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.गिरीश बी.रामटेके, प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुशील राठी व जिला स्वास्थ्य मीडिया अधिकारी डॉ.प्रमोद वासनिक भी मौजूद थे।  

कलेक्टर श्री सुमन ने बताया कि वैक्सीन के स्टोरेज और परिवहन के लिए कोल्ड चेन तैयार की गई है जिसमें निर्धारित तापमान पर वैक्सीन को रखा जाएगा। जिन स्वास्थ्य कर्मियों का पूर्व से पंजीयन किया गया है, केवल उन्हें ही वैक्सीन लगाई जाएगी। आकस्मिक प्रवेश पर किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन नहीं लगाया जाएगा। यह टीका निर्धारित केन्द्रों में प्रात: 9 बजे से प्रारंभ करते हुये शाम 5 बजे तक लगाया जायेगा। पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मी को एस.एम.एस. के माध्यम से निर्धारित सेशन साइट पर पहुंचने के लिए संदेश भेजा जाएगा। साइट पर पहुंचने पर उसके फोटो पहचान पत्र से सत्यापन के उपरांत ही उसे प्रवेश दिया जाएगा। टीकाकरण के उपरांत संबंधित को आधे घंटे के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा। किसी भी तरह की एलर्जी और एडवर्स लक्षण दिखने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है, ऐसी स्थिति में उपचार के लिए ए.ई.एफ.आई. किट सभी टीकाकरण केंद्रों में पहले से उपलब्ध कराई गई है । साथ ही ए.ई.एफ.आई. केंद्र स्थापित कर ए.ई.एफ.आई. प्रबंधन के समुचित इंतजाम किये गये हैं । प्रथम चरण के पहले सप्ताह में 16 से 21 जनवरी के बीच चार सत्रों में तीन केंद्रों के माध्यम से लगभग 1200 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। टीके की पहली डोज के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी। दूसरी डोज के लगभग 14 दिन बाद टीकाकृत व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू होते हैं, इसलिए टीका लगवाने के बाद भी कोविड से बचाव के लिए निर्धारित व्यवहारों का पालन करना जरूरी है ।